
*आंदोलन का तीसरा दिन*
*धरना स्थल पहुंचे डिप्टी कलेक्टर और एन एच डी सी अधिकारी**
*जिम्मेदारों ने सुनी डूब पीड़ितों की समस्याएं हल करने का दिया आश्वासन*
*एक जिला एक तहसील तथा एक नदी पर बनी दो परियोजना में अंतर क्यों :-विस्थापित*
*एन एच डी सी कार्यालय यथावत रखा जाय*
*शिव कुमार कक्काजी ने भोपाल से मोबाइल पर पीड़ितों को संबोधित किया*
*सरदार सरोवर और ओंकारेश्वर बांध परियोजना की तरह ही इंदिरा सागर बांध के डूब पीड़ितों को भी स्पेशल पैकेज दिया जाय :-विस्थापित*
*पूरी रात धरना स्थल पर जमे रहे विस्थापित*
*चन्द्र कुमार सांड सम्मानित*
*इंदिरा सागर बांध प्रभावित डूब पीड़ितों का आंदोलन तीसरे दिन भी जारी रहा । दिनभर पीड़ितों की व्यथा एन एच डी सी के जिम्मेदारों के कानों में पड़ती रही।शाम 4 बजे डिप्टी कलेक्टर एस आर सोलंकी और एन एच डी सी के अधिकारी धरना स्थल पर पहुंचे वहां उन्होंने डूब पीड़ितों की समस्याएं विस्तार से सुनी और उन्हें हल करने का आश्वसन दिया। डिप्टी कलेक्टर एस आर सोलंकी और एन एच डी सी के अधिकारियों को उपस्थित जन समुदाय के बीच इंदिरा सागर डूब पीड़ित विस्थापित संघ के सुजान सिंह राठौर ,डा डी एल बकोरिया गोपाल पाटीदार सुरेंद्र खंडेलवाल चंद्र कुमार सांड, प्रणेंद्र रांका वीरेंद्र पटेल, दीपेंद्र सोलंकी,छोटू पटेल तिलोक पटेल दौलत पटेल,ममता मोरे आदि ने 15 सूत्रीय मांगों का मांग पत्र सौंपा।मांग पत्र में एन एच डी सी कार्यालय को खंडवा जिला मुख्यालय पर यथावत रखने, एन एच डी सी की लापरवाही के कारण माननीय उच्च न्यायालय और माननीय उच्चतम न्यायालय में चल रहे प्रकरणों का निपटान एन एच डी सी द्वारा शीघ्र कराया जाय,इंदिरा सागर परियोजना के लोगो को अन्य परियोजना की तरह ही स्पेशल पैकेज दिया जाए, एन एच डी सी द्वारा लिए गए निर्णय अनुसार विस्थापितों के हितों का ध्यान रखते हुए विस्थापितों के खिलाफ माननीय उच्च न्यायालय एवं उच्चतम न्यायालय में प्रचलित अपीलों को शीघ्र वापस लेकर विस्थापितों को शेष राशि का ब्याज सहित भुगतान किया जाय, नया हरसूद में आबंटित व्यवसायिक भूखंडों का मलिकाना हक दिया जाय क्योंकि एन एच डी सी ने इसका पूरा पैसा विस्थापितों से लिया हे । नया हरसूद में जिन विस्थापितों के आवासीय भूखंड उबड़ खाबड़ हे उन्हें विस्थापितों के आवेदन पर तुरंत समतल करके दिए जाएं ताकि वे अपनार आशियाना बना सके,28 A के लगभग 4 हजार प्रकरणों का शीघ्र निराकरण कराया जाए, ,15 से 20 वर्ष पुरानी स्टाम्प ड्यूटी छूट का लाभ तुरंत दिया जाए। ऐसी 15 सूत्रीय मांगों का पत्र धरना स्थल पर पहुंचे अधिकारियों को दिया । अधिकारियों ने समस्याओं को सुनने के बाद उन्हें हल करने का आश्वासन दिया । धरना कार्यक्रम का संचालन डा डी एल बकोरिया ने किया।उसके बाद धरना समाप्त हो गया ।आज भी मौसम साफ रहने से बड़ी संख्या में 254 गांवों के प्रतिनिधियों ने धरने में हिस्सा लिया । धरना स्थल पर निर्णय लिया कि हर गांव में समिति बनाकर मांगे पूरी होने तक डूब पीड़ित आंदोलन करते रहेंगे*
*बुधवार को आंदोलन को राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव कुमार कक्काजी ने राजधानी भोपाल से मोबाइल के माध्यम से संबोधित किया इसके अलावा गोपाल पाटीदार, तिलोक पटेल सुरेंद्र खंडेलवाल, दौलत पटेल कमल पटेल, राजेन्द्र चौहान बल्दी, संतोष कुंसारिया आदि ने संबोधित किया।इस दौरान विभिन्न गांवों के ममता मोरे, प्रेम खंडेलवाल,वहाब अहमद, सुंदर लाल सतवास, इकबाल खान, मधुसूदन धनवानी मदनसिंह हरसूद बलडी के नगीन जैन,गोपाल पटेल,छोटू पटेल बोरीमल, देवीलाल पटेल बाई जगवाड़ा, रामाधार प्रजापत अजनास, कैलाश सरपंच नामनपुर,बाबूलाल पटेल सिंगाजी , आदि उपस्थित रहे।*
*डूब पीड़ितों की आवाज उठाने वाले विस्थापित संघ सचिव चंद्र कुमार सांड सम्मानित*
*बुधवार को विस्थापितों के धरना आंदोलन के तीसरे दिन डूब पीड़ितों की विभिन्न संघर्ष समितियों के पदाधिकारी रहते हरसूद के विस्थापित चंद्र कुमार सांड द्वारा डूब पीड़ितों की विभिन्न मांगे विगत दो दशक से भी अधिक समय से लगातार ,संगठनों, मीडिया ,इलेक्ट्रॉनिक मीडिया सोशल मीडिया आदि प्लेटफार्म के माध्यम से उठाने के लिए उपस्थित डूब पीड़ितों ने पुष्पमाला, शाल श्रीफल एवं मां सरस्वती और मां नर्मदा कि फ़ोटो फ्रेम देकर सम्मानित किया।इस दौरान राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ गोपाल पाटीदार, सुजान सिंह राठौर, डा डी एल बकोरिया सुरेंद्र खंडेलवाल, दौलत पटेल दीपेंद्र सोलंकी प्रेम खंडेलवाल प्रणेंद्र रांका आदि उपस्थित रहे। सम्मान पश्चात सांड ने कहा जब तक डूब पीड़ितों को उनका हक नहीं मिल जाता तब तक ये मुद्दे संगठन मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया सोशल मीडिया पर चलते रहेंगे।*